जय श्री राम जय क्षात्र धर्म स्वाभिमान अमर रहे
सूर्यकुल पुण्डीर वंश पुस्तक मे मैने गाँव स्तर पर जो एतिहासिक घटनाए हुइ थी उनका भी वर्णन किया है , जो मुझे लगता है आने वाले वर्षो मे ये भी पुण्डीर इतिहास का अंग बनेगा...
मंजोपरी कांड --------- वर्तमान मे पुण्डीर क्षत्रियो के गाँव " अंब्हैटा चाँद " गाँव के स्थित खेत ( ढाक्के) जहाँ है वहा पहले कभी मंजोपरी नामक गाँव हुआ करता था , जिसके अवशेष आज भी दिखाइ देते है , व खुदाइ के दोरान वहाँ पुराने बर्तन , कुआ आदि एसी वस्तू मिली जो यहाँ पर पुरानी बसती या गाँव होने का संकेत देते है. !
क्यू उजडा गांव मंजोपरी ?
गाँव के बडे बुजूर्ग व भाट बताते है अंग्रेजो के काल तक यहाँ मंजोपरी गाँव था जहा सैनी जाती के लोग रहते थे , गर्मी के मौसम मे बेहट क्षेत्र के किसी गाँव के ठाकुर ने अंब्हैटा चाँद के ठाकुर समय सिंह को आम भिजवाए जिनहे कशयप जाती का वय्कती लेकर आ रहा था ! वह रासते मे मंजोपरी गाँव मे रूका और अंब्हैटा चाँद गाँव का पता पूछने लगा तब वहाँ के चौधरी ने पुछा इस पेटीयो मे क्या है ? तब ज्वाब दिया की ठाकुर सहाब के लिए आम है , तब उस सैनी ने उस से आम ले लिए और आमो को चुसकर वापस गुठली अंदर घुसा दी और तब उस आम लाने वाले को भेद दिया ! कुछ देर बाद वह गाँव आया उस समय समय सिंह जी खेतो पर थे व उनके भाइ अभय सिंह घेर मे विश्राम कर रहे थे तो उनहोने उस कश्यप के घबराए चहरे को देखा और पुछा क्या बात है , तब तक समय सिंह वहाँ गुदाला ( लंबा सरिया जिस से गड्ढा खोदा जाता है ) लेकर पहुचे और उनके पुछने पर उस कश्यप ने सब कुछ सच सच बता दिया , यह बात समय सिंह जी को सहन नही हुइ ! समय सिंह जी बहोत बलवान और लंबे चोडे वयक्ती थे वह तुरंत वही गुदाला लेकर मंजोपरी गाँव चल पडे, वहाँ वो सैनी अपनी बैठक मे खाट पर लेटा हुआ था , तभी ठाकुर समय सिंह जी ने वह गुदाला उसकी छाती पर मारा और आर पार कर दिया , गाँव के चौधरी की मोत देख कर मंजोपरी मे भगदड मच गइ ! ठाकुर समय सिंह पुण्डीर को पुलिस पकडकर ले गइ व फांसी की सजा सुनाइ किंतू उनकेबलिष्ठ शरीर व रूप को देखकर एक अंग्रेज अफसर की पत्नी ने उनकी सजा माफ कराकर रिहा करा दिया !
यह सूचना मंजोपरी वालो को लग गइ की समय सिंह रिहा हो गया है तब उनको अपनी जान का खतरा होने लगा , इसी कारण वहाँ के लोग पलायन कर दूसरी जगह चले गए व वर्तमान म्यानगी गाँव जहाँ सैनी जाती रहती है व कुछ घर पुण्डीर राजपूतो के वहाँ आकर बसे !
तब से मंजोपरी गाँव सारा उजाड हो गया वर्तमान मे वहाँ अंब्हैटा चाँद गाँव वालो के खेत है !
" श्री क्षत्रिय इतिहास शौध संसथान " , सहारनपुर
शोधकर्ता - यश प्रताप सिंह अंब्हैटा चाँद ( कुँवर बिसलदेव के पुण्डीर )
+91-8755011059
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